वैसे हिन्दुओ और मुसलमानों की कोई तुलना नही बस देखना तो यह है की अमेरिका का लोकतंत्र कितना टिकाऊ है। मुझे याद है ओबामा हुसैन के इलेक्शन के वो दिन जब उसकी जेब से हनुमान जी की तस्वीर निकली थी तो प्रचारित या स्वाभाविक (पता नही) संसार भर के हिन्दुओ को यह समझाया गया था की ओबामा ही हिन्दुओ के लिए एक अवतार की ही तरहे है। अच्छा पता नही कोई इन सब प्रचार के पीछे भी कोई सोची समझी मशीनरी काम करती है जो हिन्दुओ को मानसिक रूप से पुष्ट करती है। जैसे की गोर्डन ब्राउन की गोवर्धन कहेना रूस के राष्ट्रपति मितिदेव के देव पर उनको हिन्दुओ के समीप बनना।
चलिय बात कर रहे थे ओबामा जी की अभी काहिरा में अस्लावालेकुम करने वाले क्या कभी हिंदुस्तान में आकर जय हनुमान से संबोधित (क्योंकि उन्होंने अपनी जेब में हनुमान जी की तस्वीर होने का कभी भी खंडन नही किया वो अलग बात थी की जेब में मेडोना की तस्वीर भी थी) और काहिरा में कुरान की आयात पढ़ पढ़ कर मुस्लिम समाज को सम्म्होइत कर कर यहं हिंदुस्तान में गीता या रामायण की चौपिया भी सुनने की हम हिंदू उमीद कर सकते हैं क्या। भाई कमाल हो जायगा यदि ओबामा हुसैन जी एअसा कर दे। भाई अमेरिका का असली लोकतनत्र का नजारा हो जाएगा हलाकि व्हाइट हॉउस का आरंभ वैदिक मंत्रो से हुआ था।
वैसे ओबामा ने हिंदुस्तान का शुरुवाती दौर में बाजा तो बजा ही दिया। भाई देखो आउटसोर्सिंग निति जिस पर की हिंदुस्तान में एक वर्ग विशेष कूदता ही रहेता था बंद कर दिया। दूसरा कश्मीर के बारे में ८ साल बाद फिर से प्रवचन चालू होगये वो भी भारत को पाकिस्तान को तो तिगुनी रकम पौहुचाई है सहभ और भारत के शक्तिशाली प्रधानमंत्री की रूस में पाकिस्तान के राष्ट्रपति से मिलने का निहायती नम्र निवेदन किया है। की कृप्या उनसे मिल लिया जाए।
भाई ओबामा जी हमे कुछ नही चाहिय हमतो इतना चाहते है है की हिंदुस्तान जरुर आये और क्या संबोधन करते वो देखना है. हिंदुस्तान में पता है की नही आपको परन्तु आपकी जेब में हनुमान जी के मिलने पर यज्ञ कर डाले आपके राष्ट्रपति बनने पर लाखो किलो लड्डू बंटवा दिया हनुमान जी के नाम पर और आप अभी भी असलावालेकुम करते फिरते हो। हम हिन्दुओ तो इतना करने पर वोट भी सीधा आपको ही दे देते हम यहाँ दिल्ली पिल्ली के चककर में न पड़ते।
हमारे लिये तो भाई एक इशारा कर दो हम तो बिन मांगे वोट भी दे देते है। कहीं वास्तव में हमारे घर हिंदुत्व ही न आजाये हम तो इसी लिए यहाँ हिंदुस्तान में हिंदुत्व आदि को ज्यादा पूछते भी नही। इतना भारी शब्द है इसको हम ज्यादा झेल भी नही सकते ये हनुमान जी आपके ही जेब में मिले ठीक है येह कही अडवाणी जी जेसे की जेब में मिल जाते तो संसद से बहार ही उठा कर लोग फ़ेंक देते। भाई सही भी है अपने तो उनके सेवेक हनुमान जी की जेब में तस्वीर रखने के गुनाह में कुरान का पाठ और असलावालेकुम करना पड़ा येह तो जय श्री राम बोलने पर कई मजारो पर सजदा करना पड़ गया था देश नही विदेश की मजार पर।
चलो कम से कम आप सबसे शक्तिशाली देश सबसे शक्तिशाली आदमी हो इसलिय अपने हनुमानजी झेल भी लिए अन्यथा यहाँ हिंदुस्तान में तो आपका बजरंगी बनकर बजरंग दल जैसे भगवा गुंडे लोगो से सम्बन्ध घोषित करकर साध्वी प्रज्ञा के बगल में बैठा देते। हा भाई सही भी है समरथ को दोष नही गुसाईं ।
हमे आदेश दो सर की यह जो इन लोगो ने यहाँ पर अति उत्सआहा में आकर यज्ञ आदि किए थे उनकी तो कोई बहुत ही बड़ी सजा होगी जो की आपने हनुमान जी की तस्वीर रखने के जुर्म में काहिरा में पश्चाताप किया और हमारे अडवाणी जी ने जिन्नाह की मजार पर। यह कहा जाकर करेंगे ज़रा बता दे हजूर.
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