बहुत ही मजबूरी में इस शब्द का इस्तेमाल करना पड़ा बहुत सोचा की कोई और शब्द मिल जाये परन्तु अब हिजडे है तो क्या किया जाय. कई कारण है इस शब्द के इस्तेमाल के परन्तु दुःख इस बात का है की कहीं वास्तव में हम
हिजडो के सरताज देश बन कर अपने ऊपर गर्व ही न करने लगजाये.
- मुझे गुस्सा और दुःख इस बात पर आता है दिल्ली जैसे शहर में लूट मार होने पर या बलात्कार या कुछ भी गलत होने पर यह मर्द लोग मीडिया के आगे रोने क्यों लग जाते है. और वो भी किस मीडिया के जिसने की हिजडो की फौज बनाने की सुपारी ली हुई है. मुझे कुछ दिन पहले रांची के एक इंस्पेक्टर के बेटे का बयान सोचने पर मजबूर करता है की हमारा समाज कितना नपुंसक है. वो १० साल का लड़का अपने बाप की माओवादियो द्वारा सर कलम करने के दुःख की अभिव्यक्ति कर रहा था की ओ माओवादियो जिस तरह से तुमने मेरे बाप को मारा है मैं भी तुम्हे मारूंगा. मुझे नहीं पता उसके बाद क्या हुआ परन्तु आंसू मेरे आँख में झलक गए की अब दिन यह आगया की एक दस साल का बच्चा भी इस समाज की क्रूरता से ताव खा गया. यह उस झारखण्ड का हाल है जिसमे सोनिया गाँधी की कांग्रेस और लालू की भड़वो ने झारखण्ड में भ्रष्टाचार का नग्न नृत्य किया है. जहाँ का मुस्लिम राज्यपाल भ्रष्टाचार के जोहोड (तालाब) में ठट्टा लगा कर गया है. उस झारखण्ड में कोई माई का लाल मानवाधिकार का रखवाला या इस देशभक्ति का ढोंग रचने वाला वहा पहुँच कर उस बच्चे को कोई सांत्वना देकर आया हो. अरे हिजडो अपनी ही दिल्ली में तुमने उस मोहन शर्मा इंस्पेक्टर के बच्चो का हाल चाल न जाना. तो झारखण्ड क्या जाओगे.
- हरियाणा को नम्बर बनाने वाले ओ लम्बरदारो अपनी झक सफ़ेद पगडियो पर एंठा मत दो कई हजार आदमी इस दिल्ली के नीचे गुडगाव के हीरोहोंडा में बर्बरता से पिटे थे पर है कोई मीडिया में शेर का बच्चा जो आज चुनाव के समय उस पीडा को दोराहे. नहीं कोई नहीं करेगा वो पीटने वाले भी नहीं क्योंकि नोटों ने उनका और मीडिया दोनों का मुह बंद कर रखा है. और अपनी मर्दांगनी पीटने वाले कांग्रेस्सियो ने भी १० जनपथ पर गिरवी रख रखी है. क्यों देश के मजदूरों का ठेका लेने वाले कोमुनिस्ट चुप है. क्यों कारत एंड कंपनी चुप है कहाँ छुप गये ए बी वर्धन. कोई नहीं जो वोटो के मैदान में चुपके से भी विरोध दिखाय सीमा पर दुश्मन के सामने बन्दूक तो क्या दिखाओगे.
- वो चीन रोज थोडी थोडी पैंट नीचे उतार रहा है और देश के नौजवान सेम्लेंगिगता पर भाषण पिला रहा है. ओ सेम्लिंगिकता के पेरोकारो कैसे चीन का मुकाबला करोगे. या उसके लिए कोई बोबी डौल दूंढ रखी है. तुम दिल्ली में हुए छोटे से अत्याचार पर तो एन डी टीवी के पास रोने आजाते हो चीन के अत्याचार पर क्या कर रहे हो. हरियाणा के नेताओ के दोस्तों सफ़ेद पहेने कपड़ो पर मत जाओ. कुछ एक दिन के है सब जमीन बेच कर नेता हुए है और १० साल बाद वो ही होगा जो अंदमान निकोबार के आदिवासियो का हुआ है. फिर देखते है किसे नंबर वन हरियाणा बनाया जायेगा. अरे भाई खेती की बात करो. हरियाणा की मट्टी की बात करो. उस दूध और दही की बाते करो जिसमें की हरियाणा नंबर वन था. आज दीवाली पर हरियाणा में ही कई लाख टन मावा नकली और यूरिया का दूध मिलता है. और तुम हो की बावले पिल्लै के तरह हरियाणा नंबर वन बता रहे हो.
- महाराष्ट्र छत्रपति शिवाजी की धरती पर बोलीवुड की हिजडे कह रहे है की कांग्रेस को वोट दो. अरे क्यूँ तो मीडिया में बैठा पत्रकार तुंरत शिवसेना से पूछता है की आपको जनता वोट क्यों दे. अरे मैं बताता हूँ इसलिय वोट दे की १० साल में दलालों ने झारखण्ड की ही तरह महाराष्ट्र को भिखारी बना दिया. हिंदुत्व की आड़ में शिव सेना में छिपे कोंकण के बहरूपिया ने हिंदुत्व के साथ दगा की है. उस बूढे बाल ठाकरे की जवानी की पूंजी लूटकर कांग्रेस के हाथो में रख डी. अरे येही तो शिवाजी के साथ अफजल खान ने किया था. आज वो भतीजा भी अलग होगया जिसको अपने चाचा की बुढापे की लाठी बनाना था. अरे भतीजे जी इतनी उम्र पड़ी है फिर कभी अपनी अकड़ दिखा लेते अभी अपने अपने झंडे को किसी के कहेने पर सेकुलर रंग देदिया और करने चाचा की नक़ल अरे उस चाचा का हिंदुत्व का नारा तो अपने उठा कर (किसी) के कहने पर ताक पर रख दिया. अरे कुछ तो सब्र करते अब तो अनिल और मुकेश भी साथ हो रहे है. उस कांग्रेस के कहेने पर महराष्ट्र का बंटाधार मत करो जिसने हिंदुत्व की रहा पर पुरे भारतवर्ष को रहा दिखाई है.
- आज केंद्र में कितने मंत्री है जो देश का परतिनिधित्व करते है. मुझे सिर्फ एक उत्तर देदो इटली से आई एक स्त्री, ४० साल हिन्दुस्तान से बहार वर्ल्ड बैंक में काम करने वाला एक प्रधानमंत्री, देश से बहार शादी करे (हलाकि व्यक्तिगत मामला हो सकता है) और वर्षो सयुंक्त राष्ट्र में नौकरी करने वाला एक विदेश मंत्री जो देश पर कम टिऊटर पर ज्यादा चेह्कता हो एक ही बार देश में आया पहेली ही बार राजनीती में आया, पहेली ही बार में सांसद का टिकेट मिलगया वो भी १८० साल पुराणी राष्ट्रीय पार्टी कांग्रेस से, पहेली ही बार में सांसद बन गया (जैसे की अमिताभ की तरह हो) पहेली ही बार में विदेश मंत्रालय जैसा बड़ा और गंभीर मंत्रालय में मत्री बन गया. और हर बहुत जरुरी राष्ट्र से जुडी बातो पर गैर जरुरी बयाना देता हो. आपको आश्चर्य नहीं होता मुझे भी नहीं क्योंकि हम हिजडे होगे है और देश की चिंता हमे करनी भी नहीं. एक घटना का जिक्र भी करना चाहूँगा अभी हाल में चीन में पता चला की वाहं पर शेर की हडियों का बहुतायत में भोजन और औषदी के रूप में प्रयोग होता तो चीनी लोग शेरो को इतना कमजोर कर देते है की वो बिल्ली भी अपने सामने देख कर डर जाता है जैसे की हम कसाब और अफजल को देख कर. दोस्तों यह तो हिजडे बनने की तरफ शुरुवात है आगे आगे देखना आपके पुत्र लड़कियो के सामने भी जाने से शर्मा जायेंगे. आप आजकल देखते नहीं अभी धारावाहिकों पिक्चरों में बोबी डौल नामक एक चरित्र शामिल हो ही गया. अमिताभ के बिग बोस जो कलर टीवी से आ रहा है एक चरित्र एसा ही है. धीरे धीरे ये मीडिया और बोलीवुड मर्द को नामर्द (हिजडा) और स्त्री को सड़क पर नंगा कर रहा है. आप अभी भी इस गंभीर संकट को नहीं समझे जो एक षड़यंत्र के तहत मीडिया को मोहरा बना कर हमारे खिलाफ चला जा रहा है. इस का उद्धरण भी देता हूँ जिस से आपकी आंखे खुले, देखो आपका बेटा अब गाय से ही डर जाता है, दिवाली पर पटाखों से डर जाता है, लड़कियां गणित और विज्ञानं में ध्यान नहीं दे रही आईटम सोंग में ध्यान दे रही है. अरे छोडो यार आगे बोला तो बुरा मान जायोगे. अपने धरमेंदर, सन्नी द्योअल जैसे मर्दानगी के आइकोन भी शाहरुख़ जैसे हिजडे कलाकार के सामने धक्खे खा रहे है.
- अच्छा दोस्तों अरुणाचल का तो क्या जिक्र करू वहा तो अपने राष्ट्रवादी रिजुजी बीजेपी के एकमात्र संसद ने भी कांग्रेस की शरण पाई पता नहीं क्यों. वहो तो दल बदल हो ही गया. पर महाराष्ट्र में बूढे शेर का ध्यान रखना न रखना अब आपके हाथ में है हरियाणा में तो पैसे का ही इतना बड़ा दाव लगा हैं की हिन्दू की बात करना ही पाप है टाटा सफारी और स्कार्पियो के जाने के बाद सिर्फ मुह पर से धुल ही पहुंची जा सकती है तब तक नेता लोग चुनाव का ढोंग करते रहे अपने बच्चो को हमारे जैसे हिजडो के ऊपर थोपते रहे और हमे तो मीडिया ने माया सभ्यता के कलांडर से ही डर दिए गाय बिना जाने की इस कलयुग की आयु ४० हजार वर्ष है और अभी ५००० ही हुए है. अभी विष्णु के दशवे अवतार कल्कि ने आना है. अंत तो उनका होना है जिन्होंने अपनी कुरान में इसका जिक्र किया है.
बाकी क्या महंगाई तो है ही नहीं सो इस दीवाली पर खूब खीर पूरी खाओ और हाँ त्याग की मूर्ति को उप्रोलिखित सभी कृत्यों के लिया आप दीपावली की शुभकामनाये देंगे या क्रिसमस का इंतजार करेंगे?
सहमत हूँ आपसे। हमारा देश आगे निकले के होड़ में पाश्चात संस्कृति को अपना रहा है जो की हमारी संस्कृति को भ्रष्ट करने में लगा है और इसमे मिडिया का बहुत-बड़ा योगदान है।
ReplyDeleteबहुत सुंदर लिखा काश आप जेसे हर समाचार पत्र मे लिखे, ओर हर समाचार मै आप जेसे लेखक हो, बहुत अच्छा लगा.
ReplyDeleteधन्यवाद त्यागी जी
आपने एकदम सही शब्दों का इस्तेमाल किया और बहुत सटीक लिखा है ! सच, मेरा भी बहुत सारा खून खौलता है और व्यर्थ जाता है !
ReplyDeleteaapne to PHIR BHI bahut sochne ke baad is shabd ka istemaal kiya...
ReplyDelete:(
jab dard bas ke bahar ho jaye to shabdo se aag nikalna lajimi hai .
ReplyDeleteaap jis wichardhara ke hain us hisaab se aapko likhna to padega yah sab kyonki aapki wichardhara rashtrwaad kee hai .
par aaj kisi naye waad kee jarurat nye shire se hai kyonki ye wichardharaye 60 salon se sangharshrat hai
kya karan hai ki aaj aap jaise logo ko rashtrwadi kahkar ignore kiya jaane kee koshish hoti hai .
kyon samaj mein chin ke bataye raste par chalne walon ki aur raajtantr chalane wale gandhon kee bolbala hai ?
Is shabd ka istemaal to bahut pahle ho jaana chaiye tha....ghabraane ki kya baat hai....jo hain wahi to kahaa hai..ismein jhooth kya hai...!!
ReplyDeleteत्यागी जी, हिजडा शब्द थोडा अटपटा सा जरुर लगता है पर हम भारतियों के लिए फिट बैठती है |
ReplyDeleteऔर भारत के इस हिजडेपन को पिछले कुछ समय मैं और बढाया है बाजारवाद ने ... छोडो यार हमें क्या लेना इससे .... चलो मोबाइल की नई मॉडल आई है ... उसका जुगाड़ कैसे किया जाए !!!!!
100% i agree with u
ReplyDeleteJAB TAK SECOND GRADE ANGREJ IS DESH SE BAHAR NAHI HONGE TAB TAK YE SAMASYA CHALATI RAHEGI
ReplyDeleteभाई बहुत सुन्दर लिखा है... हर पैरा देश और आज की स्थितियों का निचोड़ प्रकट करता है...
ReplyDeleteपर भाई एक बात गलत है... [b]हम सभी हिजडे नहीं है... [/b] सभी को एक नज़र से देखना भी गलत है ....
tyagi ji try in news best... mai aapki baat se sehmat hu..mai aam insan hu but apne hinduism k custom ko sahi tareekey se logo k aagei rakhne lag gya hu taaki wo samjhei ki hamaare ritiriwaaz kaha sahi hai kha unko apni marzi k lie use kia hai jaise bali jaisi ku pratha or missionaries k khilaf.. im just nrml boy of 20. i read ing my scripture n spreading truth.. wid d help of good source.. bcz mai abhi aise hi kar sakta hu taki kuch ko to farak padei
ReplyDeleteman ka dard aapne abhivyakt kar diya .. itni pida hai man me lekin koi rasta nahin sujhta
ReplyDeleteआप ठिक कह रहे है । आज हिन्दु समाज निद्रिस्त हो गया है । अपना धर्म क्या है भुल गया है । और यहि कारण है आज के परिस्थिती का। हमे इसे बदलना हि होगा, इसके लिये हमे सन्गठित होना होगा । एक ऐसे संगठन के साथ जो सिर्फ़ अपने राश्ट्र के लिये काम करता हो । जिसे राजनिती, प्रसिध्दि, या पैसे से कोई मतलब ना हो ।
ReplyDeleteलेकीन क्या ऐसा कोइ संगठन वासतव मे है ?
मेरे नजर मे तो ऐसा दुनिया मे एक हि संगठन है, रा.स्व.संघ ।
http://hinduonline.blogspot.com/
ReplyDeleteBefore the grand lanch function of "Bharat Swabhiman Mission"
Baba Ramdev seems to be genueinly interested
in the betterment of desh, dharam, rajniti
and i used to watch him on Aastha channel regularly
But right from the lanch function of "Bharat Swabhiman Mission"
where Babaji had invited a Shia Muslim maulaavi
and introduced him as his darling brother
speeches of Babaji has lost its sharpness
for the protection of desh, dharam, rajniti
Maybe its the price one has to pay
to garner support of all residing in india
and whether they are muslim
it does not matter
As a common hindu
what more could i have done but
only stopped actively watching Babaji
from that lanch function
though i still regard Babaji
as a great yoga master
and for his oratory skills
But, now in the present controvercy
of Devband fatva against Vande Mataram
attended by Babaji and home minister
hindus should protest and show their displeasure
to both Babaji and home minister
for agreeing to be a part of function
working against the spirit of Bharat
and consolidating/ fanning the Jihadi movement
As politicians support Jihadis
for capturing muslim vote bank
is Babaji trying to capture
muslim and sickular followers
by agreeing to attend Jihadi function
and not speacking out against
the fatva then and there
not even 2 days after that
all this when Babaji is
the most outspoken hindu guru
who is more than ready to
give sound bytes on each and every
topic including yoga
and never take any nonsense
laying down from any celebrited reporters/ editors
is it that like all other leaders
whether they are politicians or not
they are always supporting Jihadis
at the cost of hindus
and like them Babaji too
wants to capture muslim and sickular followers
and / or
even Babaji fears from Jihadis
O Hindus come out of your hibrenation
how long you want to wait
for things to get worse
before trying for their recovery
its easy to get charged up against Jihadis
but path to recovery goes first
by winning over the sickular hindus
O Hindus, this is the time
to lanch campainge against
all sickular hindus
in the form of Babaji
and dont wait for RSS/ BJP/ VHP
dont look forward for their orders
listen to your heart/ mind
Babaji has a reputation
of coming out sucessfully
from every controvery in the past
which where lanched by sickulars
but this time
if common hindus campainge
against his sickular tendencies
at least he has to say sorry
for his moments of weakness
i appeal all PRO-HINDU bloggers
to write-up on this topic from their heart
so that greater clearity and publicity to
hindu's view emerage in media
also remember that
blogging alone cannot provide
answers to worldly problems.
http://hinduonline.blogspot.com/2009/11/original-post-no-4-o-hindus-come-out-of.html
.
wah tyagi jee.. Jab me is tarah ki public me ye bat kahata tha to dosto ne kaha ki pagal ho, kuchh hone wala nahi, chalo ab to hum do pagal hai .........in ( apake) hizado ke hisab se... ye diwanagi aise hi badati jayegi....
ReplyDeletebahut achha keep writing agar ho sake to hum logo ko mil ke ek TV channel start karna chahiye jaha hum apani bat khul ke rakh sake..
Ja shree ram
hello blogger friend,
ReplyDeletefor so long you didnot post on your blog.
is everything alright?
looking forward to your posts.