Saturday, September 12, 2015

बेचारे जैनिओ का कोंग्रेसी "अलपसंख्यक" तमगा भी काम न आया !!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!

देखो तथाकथित खुले विचारो प्रगतिशील धर्मनिरपेक्ष लोगो का घोर आडम्बर की - 

  • गाये काटना अच्छा उसे बचाना गलत।
  • मांस खाना उचित मैगी खाना गलत।  
  • कश्मीरी पंडितो के बच्चे बचाना गलत एक सीरियाई बच्चे को बचाना मानवता। 
  • क्रिसमस पर आतिशबाजी अच्छी पर दीवाली के पटाखे प्रदूषित। 
  • संतुलित वातावरण कत्लो गारत रोकना गलत पर पेटा के लिए एड करना और फंड देना मानवता। 
  • मांस बेचने को रोकने का "निवेदन" अधिनायकवाद पर १०० देशो में इंसान का शरीयत के लिए कतल क़ानूनी। 
  • जॉर्ज बनार्ड शा, प्लूटो का शाकाहार और सात्विकता दुनिया के लिय अनुकरणीय पर हिन्दुओ का शाकाहार हिटलरशाही। 
  • महत्मा गांधी की नोट पर छपी फोटो जेब में पर उसके बताये अहिंसा और शाकाहार अन्याय। 
  • बेचारे मेजोरिटी और माइनॉरिटी अपने खुद के गढ़े लॉजिक पर १० मिनट भी टिक नहीं पाये।  बेचारे जैनिओ का कोंग्रेसी "अलपसंख्यक" तमगा भी काम न आया। 

कमबख्त अपनी जीभ और जेब के लिए इनसे कुछ भी करवा लो करेंगे और हम इनको सर पर बिठाये घूम रहे है।  
कमबख़्तो को धरनिरपेक्षता के लिए घोटाले बाज और सजा पाये "लल्लू " की चालीसा पढ़ने में भी कोई गुरेज नहीं और हम अपने बच्चो को इन जैसा "आइकन" बनते देखना चाहते है।  डूब मारो और भी कुछ इनकी नंगई देखनी बाकि है ???

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