च च च कितना मुर्ख कोई हो सकता है वो राहुल गाँधी को देख कर पता लगता है. इतना मुर्ख की जिस पेड़ के निचे खड़ा है उसीको गाली. आज तो केवल हम भी राजनीति की ही बात करेंगे. देखो मित्र यह देश दो प्रकार का है एक इसको कैसा बनना चाहिए एक यह है क्या. अभी आर एस एस को देखलो की वो देश को एक बहुत ही शुचिता और सांस्कृतिक रूप से सशक्त बनाना और देखना चाहता है और देश के तमाम पत्रकारों और बुधिजीविओ में यह ही बहस है की संघ भारत को बनाना क्या चाहता है. खैर संघ की जो सोच है वो बहुत ही सात्विक है और जब १२० करोड़ लोग सात्विक बन जायेंगे तो देश भी संघ की विचारो का प्रितिनिधित्व कर लेगा परन्तु तब तक बहस जारी है. दूसरा आते है गाँधी परिवार (एक विचारधारा ) पर, यहाँ कुछ भी नहीं बस कांग्रेस एक स्टेज है इस पर कला करो और अपना पेट भरो. यह दो विचारो का अंतर है.
अब आते है राहुल बाबा के बयान पर मुझे वास्तव में यू पी को गाली देने पर अचरज नहीं हुआ मुझे अचरज हुआ कोंग्रेस द्वारा चुनाव से पहेले ही हतियार गिराने पर. मेरे प्रिये पाठको लिख कर रखलो की इस विधानसभा चुनाव में कोंग्रेस किसी भी कीमत पर नहीं जीत सकती है. याद होगा आपको की एक चुनाव में सोनिया गाँधी ने श्री अटल जी को मानसिक रूप से पागल कहा था उस में कांग्रेस हार गई. दुसरे चुनाव में सोनिया जी ने नरेंद्र भाई मोदी जी को "मौत का सौदागर" कहा था, नतीजा वो चुनाव हार गई थी. स्व. प्रमोद महाजन ने सोनिया गाँधी को एक चुनाव सभा में बहुत ही गलत शब्द कहे थे वो चुनाव बीजेपी हार गई थी. मित्रो इस देश की एक परिपाटी है की वो किसी को भी औकात से बहार जा कर अभद्र शब्द को किसी भी हाल में पसंद करती ही तो नहीं. अब इसी परिपेक्ष में राहुल ने चाहे किसी भी अनुभव के आधार पर यू पी को भिखारी कहा यह बात स्वीकार ही तो नहीं. चाहे यू पी वालो को सूली पर भी चढ़ा दो परन्तु वो राहुल के इस कथन से सहमत होंगे ही तो नहीं. असल में यू पी एक प्रदेश नहीं एक संस्कृति का नाम है. राहुल बाबा को यू पी जाने से पहेल भी हमने कहा था यह एक अलग प्रकार की भूमि है, पहेले इसको समझा जाये तब प्रस्थान करो, अब हम इतिहास के झरोखे से सच बताना चाहेंगे, १९४७ से पहेले अखंड भारत के बिहार और यू पी के ही मुसलमानों में अलग देश पकिस्तान बनाने की आग थी. कभी भी पंजाबी मुसलमानों या सिन्धी या पख्तुनियो ने अलग पकिस्तान बनाने के पहेल नहीं की, जब पाकिस्तान बना तो बिहार और यू पी की धरती पर नहीं बना हजारो किलोमीटर दूर एक अलग पकिस्तान बना. उस समय के कांग्रेसी नेता इन दोनों प्रदेश का महत्व समझते थे, इसी लिए पकिस्तान यहाँ नहीं बना. असल में हिन्दुस्तान की आत्मा यहाँ बस्ती है. मैं नहीं कहेता की और दुसरे प्रदेश और भूभाग में भारत तत्व का समावेश नहीं है परन्तु इन दोनों पिछड़े, बर्बाद, असभ्य प्रदेशो की बात ही अलग है. यू पी और बिहार अभी भी बहुत प्रगतिशील और उन्नत है (लोगो की नजर में नहीं) परन्तु वो अभी भी भौतिक सुख की जगह पगड़ी को ज्यादा महत्व देते है. दुसरे प्रदेश के लोग भी देते है परन्तु भिन्न रूप में. एसा कहेने की पीछे मेरा मतलब दुसरे राज्ये के लोगो का अपमान करना नहीं है परन्तु उनकी प्राथमिकता कुछ और ही है. असल में यह हस्तिनापुर से जुड़े भूभाग है जहा अभी भी मानसिकता एक इंच भूमि भी न देने की है. यह ही महाभारत कालीन भूभाग है जहाँ पर उन्ही वंशजो का खून बहेता है जिन्होंने बिना मतलब के कुरुक्षेत्र का युद्ध लड़ा अब वो मुद्दा अलग है की असत्य पर सत्य की जीत थी या कृष्ण का कमाल. उसे अध्यात्मिक ही रहेने दें. असल में यह वो प्रजा है जो भूखी मर जाएगी परन्तु अपने स्वाभिमान की वजह से अपने को नीचे नहीं होने देगी.
अब राहुल बाबा ने इस धरती पर आकर इन यू पी वालो के जमीर को ही ठोकर मार दी. चुनाव आज ही किलियर होगया, कांग्रेस इस चुनाव से बहार है. हमने पहेले भी कहा था की अन्ना पन्ना यू पी बहार ही चलेंगे यू पी में नहीं, और जो लोग भी अन्ना और उसकी टीम का प्रदर्शन हिसार से जोड़ रहे है वो औंधे मुह गिरेंगे. पहेले तो राहुल बाबा की जबान ही काबू में नहीं, पहेले देवबंद आये थे हाजी टोपी लगा कर बंगलादेश बनाने का क्रेडिट इन्दरा गाँधी को दे गए, फिर भट्टा परसौल में बलात्कार का जिक्र कर गए. अरे बलात्कार का मतलब पता है की सामाजिक रूप से उस गाँव की बहु बेटी को दुसरे लोग किस दृष्टि से देखेंगे, इन बजरबट्टू नेताओ की अक्ल घास चरने गई है. अब रजनीकांत की रॉबर्ट पिक्चर ही देख लो, वैज्ञानिक रजनीकांत जब रॉबर्ट बना देता है तो एक सीन में एक नगन लड़की को आग से बचाने के लिए उसको उसी नग्न हालत में उठा कर लता है. जिस प्रकार उस लड़की को बचाने की भावना अच्छी हो सकती है परन्तु कृत्ये ठीक नहीं था, फलसवरूप अपने को नगन पाकर मीडिया के सामने वो लड़की अपनी जान दे देती है. उसी प्रकार राहुल गाँधी को भावना (मान लो) अच्छी होते हुए भी इस काम को ठीक ढंग से करना था परन्तु उन्होंने इस भी पब्लिसिटी पाने का हथकंडा बना दिया. उसी रूप में इस शख्स ने यू पी की लोगो को सरे आम "भिखारी" कह कर उनकी औकात बता दी जो की एक हिमालयी भूल हो चुकी है . जिसका यू पी के लोग कांग्रेसियो की जमानत जब्त करा कर देंगे. न इसको और न इसकी माता जी को राजनीति आती, विदेशी लोग इस देश की आत्मा को इसी प्रकार गाली देते रहेंगे यह तो इनकी बानगी भर है.
http://www.youtube.com/watch?v=eEMFmih3LsE
ReplyDeleteइस विडियो को अवश्य देखें |